भाई राकेश जी,👆�ये क्या है... मै आपके धरने का विरोध नही कर रहा हूँ, लेकिन जो डेट पहले से तय है,तो उसी डेट में आप धरना क्यों दे रहे है। क्योंकि हम एक आम अनुदेशक है,प्रदेश के दोनों संगठनों में प्रतिभाग करते..क्योंकि हमारा उद्देश्य केवल अनुदेशक शिक्षक भाइयों/बहनों की सफलता चाहिए। और वो सफलता हम सबको धरने से प्राप्त होती। और हम सब आम अनुदेशक स्वतंत्र है प्रदेश के दोनों संगठनों के धरने में जाने के लिए।
लेकिन आप सब एक ही डेट पर धरना दोगे तो संख्या कैसे पहुँचेगी। हम सब फिर असफल हो जायेंगे,संख्या की वजह से। और इस चुनावी वर्ष के लाभ से वंचित हो जायेंगे।
इसलिए अभी कुछ नही बिगड़ा है,सही निर्णय लेते हुए कदम उठाए। जिस संघ ने पहले डेट निर्धारित किया है,सभी अनुदेशक मिलकर उसका सहयोग करें, फिर आपके के द्वारा निर्धारित धरने में भी सबका सहयोग पूरा अनुदेशक समाज मिलकर करेगा। इस चुनावी घडी में फुटफुट कर ना लड़ो,वरना सभी अनुदेशक मित्रों की जिंदगी अंधकारमय हो जायेगी। इसलिए दोस्तों चुनावी वर्ष का फायदा साथ मिलकर उठाओ।
मै तेज यादव पहले भी पोस्ट कर चूका हूँ, मै ना तेजस्वी के साथ हूं, ना मै राकेश के साथ हूँ। मै खुद एक आम अनुदेशक की हैसियत से दिसम्बर तक का समय दिया हूँ, ये दोनों प्रदेश अध्यक्ष अपना डंडा-झंडा लेके लग जाये। अगर हम अनुदेशकों को इस चुनावी वर्ष का फायदा नही मिला तो दोनों लोग अपने पद से त्याग पत्र सौपे। हम सब खुद एक नए अध्यक्ष के साथ अनुदेशकहित के बारे में सोचेंगे।
क्योंकि इन तीन सालो में जो नुक्सान हुआ इन्ही महोदय लोगों की वजह से।
इसलिए कोई भी अनुदेशक साथी इन लोगो पर कोई कमेंट नही करेगा। इस चुनावी वर्ष में इन दोनों अनुदेशक नेता जी लोगो को देख लीजिये। जिला आज़मगढ़ आज तीन साल से इन दोनों लोगो का केवल समर्थन किया,लेकिन किसी संघ के साथ आज तक नही जुड़ा, इन्ही महोदय लोगों की वजह से।
मै तेज यादव प्रदेश के सभी अनुदेशक मित्रो से विनम्र निवेदन करता हूँ, कोई भी साथी इन दोनों अनुदेशक नेताओ पर कोई टिप्पणी ना करें। क्योंकि हम सबका अगर ये किमती वक़्त बर्बाद हुआ तो भरपाई यही लोग करेंगे(प्रदेश अध्यक्ष नया चुना जायेगा)
तेज यादव
अनुदेशक आजमगढ़