Saturday, November 19, 2016

ये क्या है...

भाई राकेश जी,👆�ये क्या है... मै आपके धरने का विरोध नही कर रहा हूँ, लेकिन जो डेट पहले से तय है,तो उसी डेट में आप धरना क्यों दे रहे है। क्योंकि हम एक आम अनुदेशक है,प्रदेश के दोनों संगठनों में प्रतिभाग करते..क्योंकि हमारा उद्देश्य केवल अनुदेशक शिक्षक भाइयों/बहनों की सफलता चाहिए। और वो सफलता हम सबको धरने से प्राप्त होती। और हम सब आम अनुदेशक स्वतंत्र है प्रदेश के दोनों संगठनों के धरने में जाने के लिए।
लेकिन आप सब एक ही डेट पर धरना दोगे तो संख्या कैसे पहुँचेगी। हम सब फिर असफल हो जायेंगे,संख्या की वजह से। और इस चुनावी वर्ष के लाभ से वंचित हो जायेंगे।

इसलिए अभी कुछ नही बिगड़ा है,सही निर्णय लेते हुए कदम उठाए। जिस संघ ने पहले डेट निर्धारित किया है,सभी अनुदेशक मिलकर उसका सहयोग करें, फिर आपके के द्वारा निर्धारित धरने में भी सबका सहयोग पूरा अनुदेशक समाज मिलकर करेगा। इस चुनावी घडी में फुटफुट कर ना लड़ो,वरना सभी अनुदेशक मित्रों की जिंदगी अंधकारमय हो जायेगी। इसलिए दोस्तों चुनावी वर्ष का फायदा साथ मिलकर उठाओ।

मै तेज यादव पहले भी पोस्ट कर चूका हूँ, मै ना तेजस्वी के साथ हूं, ना मै राकेश के साथ हूँ। मै खुद एक आम अनुदेशक की हैसियत से दिसम्बर तक का समय दिया हूँ, ये दोनों प्रदेश अध्यक्ष अपना डंडा-झंडा लेके लग जाये। अगर हम अनुदेशकों को इस चुनावी वर्ष का फायदा नही मिला तो दोनों लोग अपने पद से त्याग पत्र सौपे। हम सब खुद एक नए अध्यक्ष के साथ अनुदेशकहित के बारे में सोचेंगे।
क्योंकि इन तीन सालो में जो नुक्सान हुआ इन्ही महोदय लोगों की वजह से।

इसलिए कोई भी अनुदेशक साथी इन लोगो पर कोई कमेंट नही करेगा। इस चुनावी वर्ष में इन दोनों अनुदेशक नेता जी लोगो को देख लीजिये। जिला आज़मगढ़ आज तीन साल से इन दोनों लोगो का केवल समर्थन किया,लेकिन किसी संघ के साथ आज तक नही जुड़ा, इन्ही महोदय लोगों की वजह से।

मै तेज यादव प्रदेश के सभी अनुदेशक मित्रो से विनम्र निवेदन करता हूँ, कोई भी साथी इन दोनों अनुदेशक नेताओ पर कोई टिप्पणी ना करें। क्योंकि हम सबका अगर ये किमती वक़्त बर्बाद हुआ तो भरपाई यही लोग करेंगे(प्रदेश अध्यक्ष नया चुना जायेगा)

       तेज यादव
अनुदेशक आजमगढ़

एक अपील जिले के साथियो से

प्रिय सभी अनुदेशक साथियो को आम अनुदेशक संजीव पाण्डेय मैगलगंज खीरी  की तरफ से नमस्कार
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नोट÷क्रप्या  मुझे किसी ग्रुप  से रिमूव न किया जाय 29 तक मेरी बात को समझो
साथियो मै राकेश पटेल  जी से कहना  चाहता हु की अब तुम हम अनुदेशको के बीच में घिनौनी और गन्दी व् ओछी राजनीती पैसे कमाने के चक्केर में कब तक करोगे।
साथियो आप को याद होना चाहये की  जब पटेल का धरना  मेला मैदान में चल रहा था  तो इनको वार्ता के लये   श्री अजय  सिंघ  सचिव जी ने बुलाया और इनकी गन्दी राजनीति के चक्केर में इनको भगाया और कहा तुंहारी माग जायज नहीं । तो आप ने घड़ियाली आँशु बहाये और तेजस्वी से समर्थन मागा ।  तेजस्वी जी  ने अनुदेशक हित में अपनी दरियादिली दिखाते हुए अपने दलबल के साथ तेरा समर्थन किया।  तब तेरी सहमति बानी
उसके बाद शुक्ला जी ने 4 ओक्ट का घेराव का एलान किया तो तू परियोजना में बैठ गया वहाँ से एक आदेश मिला वो भी लूला लगड़ा  आदेश लाया।जिससे कोई फायदा नहीं। और झूठ बोला तू ने की 7 pay के लये फ़ाइल जा चुकी है  आज जब आप ने पोस्ट डाली की अभी फ़ाइल भेजी ही नहीं गयी।ये गन्दी राजनीती है कब तक अनुदेशको  को गुमराह करते रहो गए ।पटेल साहब होश में  आओ

तेजस्वी जी के द्वारा धरना जो 29 से एलान ये जंग है वो पहले ही घोसित हो चूका। आज आपने  अपना धरना 29 से परियोजना पर लगा कर एक बार पुनः कायरता का परिचय दिया आपने
धन्य धन्य पटेल जी
अभी भी समय है  पटेल जी होश में आते हुए अनुदेशक हिट में तेजस्वी की शरण में आओ  और 29 नवम्बर को अपने बैनर के साथ आप मेला मैदान आये आप का स्वागत होगा।अगर नहीं आये तो  अकेले परियोजना पर राम राम जपते रहो  कोई अनुदेशक तेरे धरने में नहीं आएगा और न ही तेरी वार्ता सफल हो पायेगी
एक अपील प्रदेश के सभी आम अंनुदेशक /अनुदेशकाओ से
आप सभी 29 नवम्बर को लखनऊ आये लेकिन भोला भाई के धरने  में अवस्य आये । इस नाज़ुक घड़ी में आप सबका  भोला की ही शरण में हित है
पटेल भाई होश में आओ।
अपने दल के साथ भोला के धरने में आओ
अभी करो अर्जेंट करो हम सबको परमानेंट करो
बोल अनुदेशक हल्ल्ला बोल
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आपका अपना संघर्षो का साथी
आम अनुदेशक
संजीव पाण्डेय
लखिमपुर खीरी

मा.मुख्यमंत्री जी वार्ता हो के रहेगी

सभी साथियों को नमस्कार

*साथियों मै किसी भी संगठन के खिलाफ नहीँ बोलना या लिखना चाहता था लेकिन आज राकेश जी ने फ़िर से अपने ही अनुदेशक परिवार के सदस्यों के साथ छल करना शुरू कर दिया जिसके लिय लिखना ज़रूरी था* ,अनुदेशक हित की बात करने वाले राकेश पटेल जी उस समय आपका अनुदेशक हित कहाँ था भाई जब हम लोग 55 दिन तक धरने किय ,विधान सभा घेराव के दौरान लाठियां बरसी लेकिन उसके बओजूद उच्च प्राथमिक के अध्यक्ष तेजस्वी शुक्ल जी ने अपने साथियों के साथ आपके धरने का समर्थन किया और आपको अकेला महसूस नहीँ होने दिया ।
पूर्व मा.अनु.कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष राकेश पटेल जी आप ज़रा ये बताये की जब उच्च प्राथमिक संगठन का अनिश्चित कालीन धरना दिनांक 29-11-2016 पहले से प्रस्तावित था और इसकी सूचना भी प्रशासन को संगठन ने दे दिया तो फ़िर आप अपनी नेता गिरी दिखाकर आपने ने 29 की तारीख घोषित कर दी ।इसको क्या समझा जाये,और स्थान आपने वही चुना जहाँ से अधिकारीयों ने सिर्फ आपको छुनछूना पकड़ा दिया वो भी पारस्परिक स्थानांतरण का जोकि पूरे प्रदेश मे मात्र इसका लाभ लेने वाले कुछ ही साथी होंगे ।आप कहते हो की आप के संघ द्वारा 1470 मानदेय बढ़ोत्तरी कराया गया जोकि सरासर झूठ है केन्द्र सरकार द्वारा मानदेय बढ़ोत्तरी किया गया ,आपने ये भी कहा की नियमित मानदेय का आदेश कराया ,आप ज़रा बताव की किस जनपद मे महीना पूरा होते ही मानदेय आ जाता है आपने कहा की अनुदेशको से कोई अतिरिक्त कार्य न लिय जाये इसके लिय आपने आदेश करवाया ,जब की न जाने कितने अनुदेशक साथी अतिरिक्त कार्य किय और कर रहे है ,मुझे तो हँसी इस बात की आयी जब आपके संघ के एक सज्जन प्रदेश पदाधिकारी ने ये कहा की लक्ष्मण मेला मैदान मे धरना देने से क्या होगा अरे भाई ये वही स्थान है जहाँ पर कितने विभाग के कर्मचारी संघर्ष करके जीत हासिल की है !राकेश जी मै आपके आन्दोलन का विरोध नहीँ कर रहा हूँ लेकिन विरोध मेरा इस बात का है जब उच्च प्राथमिक का धरना पहले से 29 को फिक्स था तो आपने अपने धरने की डेट् 29 क्यों रखी अगर आपको धरना ही देना था तो आप पहले या बाद मे डेट तय कर लिय होते खैर आपके इस कार्यक्रम से हमलोगों पर कोई असर नहीँ पड़ेगा ,जो कमेट्मेट किया गया उसी को दोहराते हुए फ़िर कह रहा हूँ आप चाहे जितना दम लगा लो इस बार अगर अनुदेशक साथियों अपना साथ और सहयोग दे दिया तो मा.मुख्यमंत्री जी वार्ता हो के रहेगी ।साथियों एक भी साथी छूटने न पाये और अफवाहों पर ध्यान न देते हुए 29 नवम्बर को लक्ष्मण मेला मैदान पहुँचे !
      🙏निवेदक🙏
*_विशाल श्रीवास्तव_*
*_प्रदेश सचिव_*
*_उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेल.ऐशो_*

गंदी राजनीति न करें और गंदी राजनीति में न फंसे"*

सभी सम्मानित साथियों को नमस्कार....
        मित्रों आज मैंने पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष राकेश पटेल जी की पोस्ट देखा तो मुझे यह विश्वास ही नहीं हो रहा था कि इतनी भयानक राजनीति भी किया जा सकता है। *मुझे इस बात से बडी निराशा हुई है कि जब पहले से एक संगठन धरने की घोषणा कर चुका है और पूरी तैयारी भी कर चुका है तो उसी समय पर दूसरे स्थान पर धरने की घोषणा करके आप अपनी राजनीति तो चमका सकते है लेकिन सरकार के सामने अनुदेशकों को दो हिस्से में बंटा हुआ दिखाकर पूरे अनुदेशकों की शक्ति को खोखला साबित कर देंगे।*
         तमाम अनुदेशक साथी लोग हमेशा से एक बात कहते रहे हैं कि राजनीति हो रही है तो अब यह निर्णय आप सबको करना है कि कौन राजनीति कर रहा है और कौन काम।अगर ये वास्तव में अनुदेशक हित चाह रहे होते तो शायद यह निर्णय कदापि न लेते बल्कि पहले से घोषित धरने में ही सहयोग करते। *जैसाकि उनकी पोस्ट में भविष्यवाणी किया गया है कि पार्क में केवल ज्ञापन लिया जा रहा है किसी से मिलवाया नहीं जा रहा है तो मैं आप सबको बताना चाहूँगा कि माध्यमिक कम्प्यूटर अनुदेशक की प्रदेश अध्यक्ष साजदा पवार जी और उनके प्रतिनिधि मण्डल को अभी कुछ दिन पहले ही उसी पार्क से ले जाकर मा०मुख्यमंत्री जी से मिलवाया गया है।*
           राजनीति का इतना गंदा नमूना इसके पहले कभी देखने को शायद ही किसी को मिली हो जिसमें बाकायदा पोस्ट बनाकर उस स्थल की उपयोगिता को ही नकारने का प्रयास किया गया है जहाँ एक संगठन ने पहले से धरने की घोषणा कर रखी है और तमाम संगठन वहीं देते भी हैं। *अब इसके बाद केवल यह लिखने भर को बचा था कि “उच्च प्राथमिक के धरने में कोई न जाए सब उनके अर्थात पूर्व माध्यमिक के धरने में आयें",लगे हाथ इसे भी लिख लेते।*
    शासन की निगाह में अनुदेशकों को कमजोर करने का यह इनका अब तक का सबसे बडा प्रयास होगा। *वास्तव में अब मुझे इनके पूर्व प्रदेश महासचिव वैभव राणा जी की बातों पर विश्वास हो गया कि ये लोग केवल राजनीति करते हैं और वह भी गंदी राजनीति करते हो।*
     एक अपील है इनसे कि अनुदेशकों को कमजोर मत करिए और * एक अपील है समस्त अनुदेशकों से कि शासन और प्रशासन की निगाह में अपने आप को कमजोर न साबित होने दें क्योंकि लक्ष्मण मेला में होने वाले धरने के बारे में शासन और प्रशासन सभी को दिया जा चुका है।*

  *“गंदी राजनीति न करें और गंदी राजनीति में न फंसे"*

आपके संघर्षों का साथी
*भोला नाथ पाण्डेय*
*प्रदेश महासचिव*
*उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन,उ०प्र०*

लक्ष्मण मेला मैदान पर प्रस्तावित धरने को भरपूर समर्थन दें

मैं सभी अनुदेशक साथियों से करबद्ध निवेदन करना चाहता हूँ कि सभी एकजुट होकर लक्ष्मण मेला मैदान पर प्रस्तावित धरने को भरपूर समर्थन दें । कल्याण समिति पिछली बार  चन्दा इकठ्ठा करके मानदेय बढ़वा रही थी । 15 हजार रुपये करवाने के नाम पर इन्होंने चन्दा वसूला और फिर उसकी नाकामी को छुपाने के लिए ये सब एकीकरण का ढोंग किये । एकीकरण को भी इन्होंने 1470 रुपये की सामान्य बढ़ोतरी को जो कि केंद्र सरकार ने स्वतः 21 %बढ़ाया था अनुदेशकों का मानदेय उसको अपने द्वारा कराया गया कार्य बतला कर एकीकरण को भी ध्वस्त कर दिया और खुद को महिमामंडित करते रहे ।।      ये बेशर्म वहीं नहीं रुके इसके बाद जब 3 अगस्त को विधान सभा के घेराव के बाद प्रमुख सचिव से वार्ता जिन बिन्दुवों पर हुयी उसी मांग को लेकर ये फिर लक्ष्मण मेला मैदान में अपने संगठन को लेकर धरने पर बैठ गए ।जो दबाव बनाया गया था सरकार पर इन्होंने 50 और 100 की संख्या में बैठ कर वो भी हल्का कर दिया । जब प्रमुख सचिव ने इनकी सारी मांगों को ठुकरा दिया तो इन्हे उच्च प्राथमिक  के संगठन की याद आयी और तेजस्वी का आह्वाहन करने लगे ।तब अनुदेशक हितैषी होने के कारण हमारे संगठन के सभी पदाधिकारियों ने समर्थन दिया और पूरी दमदारी के साथ तेजस्वी ने धरने में अपने लोगों के साथ शामिल हुए।जिसका परिणाम रहा कि जो प्रमुख सचिव इनकी कोई मांग मानने को तैयार नहीं था वही प्रमुख सचिव तुरंत उसी दिन बुलाकर वार्ता करके सहमति प्रदान करते है जिन मांगों पर तेजस्वी से वार्ता और सहमति 3 अगस्त को ही बनी थी । लेकिन इसमें भी कल्याण समिति के महान विद्वान पदाधिकारी अपने आप को महिमामंडित करने लगे और उच्च प्राथमिक के संगठन के सहयोग को भुला दिया ।  फिर जब उच्च प्राथमिक अनुदेशक का कार्यक्रम विधान सभा घेराव का था तो उसके पहले ही जाकर परियोजना में बैठ गए और अनुदेशक हितों के सम्मान के साथ समझौता कर लिया और पारस्परिक स्थानांतरण का झुनझुना लेकर आये जिसका 5 % अनुदेशकों को भी नहीं लाभ मिल पाया । अब ये कोर्ट के नाम पर चन्दा लेकर बैठे है तो इन्हे कोई जवाब या रास्ता नहीं सूझ रहा है ।सोच रहे है क्यों ना फिर ऐसा माहौल पैदा किया जाये कि अनुदेशक इनकी मक्कारी को भुला कर फिर से इनके झांसे में आ जाये।                    अब तक ये वैभव राणा को अपना मशीहा मानते थे अब पैसे की जंग में बेचारे वो किनारे कर दिए गए । और नए नए बुद्धिजीवी इस समय संगठन को नए नए तरीके से चंदे और अनुदेशकों को गुमराह करने के फॉर्मूले बता रहे है ।।    हद है कल्याण समिति के बुद्धिजीवी पदाधिकारियों का।। अब इनकी नयी सोच ये है कि किसी तरह फिर एकीकरण का मंच तैयार करो या अनुदेशकों को आपस में लड़ा दो बस इनके चंदे के पैसे का हिसाब ना लिया जाये ।   और उसके लिए भरपूर रणनीति बना दिए है ।          यह तो संविदा कर्मचारियों को इंक्रीमेंट दिला रहे थे  ।।        शर्म करो राकेश पटेल अनुदेशकों के हितों से खेलना बंद करो ।।।।।      एक बात और आप सभी सम्मानित पदाधिकारियों से निवेदन है कल्याण समिति द्वारा रणनीति यही बनाई गयी है कि हम अनावश्यक की बहस में हिस्सा लेकर 29 के कार्यक्रम पर ध्यान ना दे पाएं ।आप सभी 29 को लक्ष्मण मेला मैदान में धरने की तैयारी करें ।।    भ्रमित ना हों और ना होने दें ।।                         अनूप राय                                 प्रदेश सचिव                              उच्च प्राथमिक अनुदेशक वे0 एसो0 उत्तर प्रदेश ।

राजनीती से प्रेरित



** प्रिय अनुदेशक साथियो **
आपको ये पोस्ट राजनीती से प्रेरित होकर दिखी होगी जिसमे भोला पाण्डेय जी द्वारा लम्बी लम्बी लाइन लिखी दिखी मिली होंगी जिसमे शायद पाण्डेय जी भूल रहे है कि जिन कंप्यूटर अनुदेशको की तुलना ओ कर रहे है उनको सफलता माध्यमिक निदेशालय में धरना देने से मिली और रह गयी राजनीती करने का महोदय भोला नाथ पाण्डेयभोला जी वो आप ही जानते होने कि ये क्या होता है क्योकि आज तक पू.मा.अनुदेशक कल्याण समित उ.प्र. जो धरना किया उसमे कुछ लेकर ही लौटा चाहे वो
1-पैब को 15000 मानदेय का प्रस्ताव भिजवाने का हो
2-नियमित मानदेय भुगतान का हो
3-शैक्षिक कार्य के इतर कार्य न करने का आदेश हो
4-न्यायपालिक से मातृत्व अवकाश का हो
5-अल्प 8470 मानदेय बढोत्तरी का हो
6-पारस्परिक स्थान्तरण का हो
सहित छोटी बड़ी माँगो पर आदेश पूर्वमाध्यमिक अनुदेशककल्याणसमिति ऊoप्रo ने करायी है
इन 3.5 सालो में अनुदेशक हित में जो आदेश आया वो पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति ने कराया क्योकि ये संग़ठन बिना भेद भाव/राजनीती के अपना कार्य इम्मानदारी पूर्वक करता रहा और करता रहेगा !!
रही बात संगठन की तो संगठन में संगठन द्वारा किये गए कार्यो की तुलना या प्रतिस्पर्धा चाहते हो तो काम की प्रतिस्परधा रखो सभी कार्य सभी अनुदेशको के सामने होंगे।।
सभी को आने का आहवाहन किया हूँ चाहे वो संगठन हो या कार्यरत अनुदेशक आप चाहो तो राजनीती छोड़ अनुदेशक हित के लिए परियोजना आ सकते हो अपना बैनर लेकर आपका स्वागत रहेगा,अगर प्रतिस्पर्धा चाहते हो तो भी कोई बात नही क्योकि ये पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति कोई संघ नही उससे बढ़ कर एक परिवार है जो अपने कार्यो से अपने आप को सिद्ध किया है और आगे भी कर के दिखायेगा।।
हमने तो ये कभी नही कहा कि आपके संगठन/आपका कार्यक्रम ताबड़तोड़ विधान सभा घेराव का था तो क्यूँ एक बार भी नही कर पाये और एक बार दिखावा कर तय तारीखों पर क्यूँ नही अपना कार्यक्रम रखे क्यू डर कर सभी कार्यक्रमो को रद कर दिए या यूँ कहु तो कभी जिक्र नही किये या शांत बैठ गये अपने संगठन/अपने आप को जीवित और क्रियाशील दिखाने का ये क्या तरीका खोज निकाला ये कितने दिन चलेगा क्योकि अब अनुदेशक काम खोजते है न कि झूठा लम्बा लेखनी न ही लम्बा भाषण।।
"सही बात या संघर्ष कड़वा होता है,
या तो सच्ची बात मान जाओ,
या गलत साबित कर दिखाओ,
अगर अनुदेशक हित चाहते हो तो,
सुधर जाओ आओ साथ संघर्ष करो,
सम्मानजनक स्थिति अनुदेशक भविष्य में पाओ"
धन्यवाद
आपका साथी
राकेश पटेल"सिंटू"
प्रदेश अध्यक्ष
पू.मा.अनुदेशक कल्याण समिति उ.प्र.
9455788206

पिछले दिनों शासन की पैरवी में जो बाते संगठन के सामने आयी


नमस्कार
जैसा कि पिछले दिनों शासन की पैरवी में जो बाते संगठन के सामने आयी मै चाहता हूँ (बिना बनावटी)हु वहू आपके सामने रखी जाये क्योकि आज तक संगठन( पू.मा.अनुदेशक कल्याण समित उ.प्र.) जो सच्ची/सही बात रहा है अनुदेशको को अवगत कराता रहा है।।
कल की शासन स्तर की पैरवी में सामने आयी कुछ अच्छी और बुरी खबर को बिंदुवार आपके सामने प्रस्तुत कर रहा हूँ जो निम्न है----
(जो भी बुरी खबर है उससे निपटने के लिये 29 नवम्बर से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन/आमरण अनशन का कार्यक्रम राज्य परियोजना कार्यालय (सर्व शिक्षा अभियान) निशांतगंज लखनऊ में आयोजित की जा रही है)
1-100 बच्चों की बाध्यता को समाप्त करने हेतू 7 अक्टूबर को परियोजना से गये पत्र के जवाब में mhrd मंत्रालय ने राज्य सरकार के पाले में गेंद फेक दी है कि अगर राज्य सरकार चाहे तो रखे या निकाले ये राज्य का मामला है और राज्य सरकार ने हाल में ही बेसिक में 100 छात्र संख्या से कम पर एक विषय के अनुदेशको की नियुक्ति की है इसलिये छात्र संख्या 100 की बाध्यता को समाप्त किया जाये जो कि शासन स्तर से सम्भव है।।
इसके लिये माo मुख्यमंत्री जी एवम् बेसिक शिक्षा मंत्री जी/मुख्य सचिव शासन/प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा/निदेशक को पत्र भेजा जा चूका है।।
29 नवम्बर से परियोजना कार्यालय पर धरना प्रदर्शन में आप सबकी उपस्थिति इसको मूर्त रूप देगा।।
* प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा की तबियत बहुत ज्यादा खराब है और ओ अभी 26 नवम्बर तक छुट्टी पर है जो की बुरी खबर है क्योकि कई बिन्दुओ पर उनकी अनुपस्थिति का बुरा प्रभाव पड़ रहा है अच्छी बात ये है कि कल प्रमुख सचिव से मुलाकात हुयी 28 से वो पुनः कार्यालय में कार्य शुरू कर देंगे और माँग पत्र के कई बिन्दुओ पर उन्होंने बैठक कर निर्णय लेने पर सहमति जतायी है जो 29 से परियोजना पर होने वाले धरने के दबाव से उसे आदेश में बदला जायेगा।।
* बुरी खबर ये है कि पैब में अपना प्रस्ताव पुराना मतलब 15000 ही बनाकर भेजा जा रहा है जिसको परिवर्तित कर बढ़ाकर भिजवाना होगा जो कि परियोजना पर 29 नवम्बर से होने वाले धरने से ही सम्भव है।।
* अच्छी खबर ये है 7वे वेतन आयोग की न्यूनतम् वेतनमान के लिए वित्त विभाग न्यूनतम् देने पर सहमत नजर आ रहा है लेकिन बुरी खबर ये है कि अभी परियोजना से अनुदेशको की सुचना/प्रस्ताव परियोजना से वित्त को नही भेजा गया है।।
जिसके लिए 29 नवम्बर से परियोजना पर होने वाले धरने के दबाव से तत्काल भिजवाया जायेगा।।
* मातृत्व अवकाश पर निर्णय सचिव स्तर से ही होना है क्योकि निदेशक इसको जारी नही कर सकते ये शासन स्तर से ही सम्भव है।।
29 नवम्बर से परियोजना पर होने वाले धरने के दबाव से तत्काल इस पर आदेश जारी करने हेतू दबाव बनाया जायेगा।।
* जिन विद्यालयो में 2 अनुदेशक ही कार्यरत है किसी भी कारण वस एक किसी भी अनुदेशक की जगह ख़ाली है वहा उस विषय का अनुदेशक अपने ब्लॉक में चला जाये इसके लिए भी आदेश सचिव स्तर से ही सम्भव है इसका निस्तारण तत्काल करा लिया जाता परन्तु सचिव का ज्यादा तबियत खराब होने के वजह से विलम्ब हो रहा है
जिसको 29 नवम्बर से परियोजना पर होने वाले धरने के दबाव से तत्काल कराया जायेगा।।
*समान कार्य पर समान वेतन पर सुप्रीम कोर्ट का हवाला देते हुये हम अनुदेशको पर लागू करने हेतू बेसिक शिक्षा मंत्री,मुख्य सचिव,प्रमुख सचिव को रजिस्ट्री द्वारा पत्र भेज दिया गया है एवम् निदेशालय में निदेशक को रिसीव करा दिया गया है।।
29 नवम्बर से परियोजना पर होने वाले धरने के दबाव से तत्काल इस पर आदेश कराने का प्रयास किया जायेगा।।
*जिन 33 जनपदों का बजट जनपद स्तर पर नही गया था उन जनपदों पर पहले से पैसा मौजूद है बुधवार तक लैटर भुगतान हेतू परियोजना से भेज दिया जायेगा।।
* कल लक्षमण मेला मैदान हम लोग गए मौके का जायजा लिया गया तो पता चला पिछले 1 महीने से धरना दे रहे किसी भी संगठन को किसी से नही मिलाया जा रहा है बस ज्ञापन धरना स्थल पर ले लिया जा रहा है इसलिये इस कम एवम् महत्वपूर्ण समय में कुछ पाना है तो हमे किसी मैदान में नही उनके सीने यानि जहा से हम समस्त अनुदेशक govern होते है मतलब परियोजना कार्यालय (सर्व शिक्षा अभियान)पर बैठना पड़ेगा जिसका सीधा धमक/आवाज शासन तक जाता है,सही समय पर सही समय और सही जगह का चुनाव करना उचित होता है इसी क्रम में माँग पत्रो को माo मुख्यमंत्री/बेसिक शिक्षा मंत्री/मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव को डाक से पत्र भेज एवम् निदेशक सर्व शिक्षा अभियान को निदेशालय में पत्र रिसीव करा ये बता दिया गया है कि माँग पत्रो के समस्त माँग पर अगर आदेश 28 नवम्बर तक नही जारी किया गया तो 29 नवम्बर 2016 से हम समस्त अनुदेशक राज्य परियोजना कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन/आमरण अनशन करने को बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन/प्रशासन की होगी।।
(सभी पत्र एवम् माँग पत्र संलग्न है)
**जो भी प्रदेश अनुदेशक संगठन या किसी अन्य अनुदेशक संगठन से जुड़े जिलाकार्यकरणी या जनपद जो अनुदेशक हित जो चाहते है इस धरने में आना चाहते है वो समस्त पदाधिकारी अपने अपने बैनर और संगठन के साथ आ सकते है आप सबका स्वागत है और रहेगा**
मै राकेश पटेल प्रदेश अध्यक्ष पू.मा.अनुदेशक कल्याण समिति उ.प्र. प्रदेश के समस्त अनुदेशको से इस महत्वपूर्ण समय में समय और स्थान की महत्ता को देखते हुये 29 नवम्बर 2016 से चलने वाले अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन/आमरण अनशन में प्रतिभाग करने का अपील/निवेदन करता हूँ जिससे इस अंतिम लड़ाई में अपने अधिकारो को प्राप्त करते हुये सम्मानजनक स्थिति में आया जा सके....
धन्यवाद
आपका साथी
राकेश पटेल"सिंटू"
प्रदेश अध्यक्ष
पूर्वमाध्यमिक अनुदेशककल्याणसमिति ऊoप्रo
9455788206

फिर शुरु हुई राजनीती

सभी सम्मानित साथियों को नमस्कार....
मित्रों आज मैंने पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष राकेश पटेल जी की पोस्ट देखा तो मुझे यह विश्वास ही नहीं हो रहा था कि इतनी भयानक राजनीति भी किया जा सकता है।मुझे इस बात से बडी निराशा हुई है कि जब पहले से एक संगठन धरने की घोषणा कर चुका है और पूरी तैयारी भी कर चुका है तो उसी समय पर दूसरे स्थान पर धरने की घोषणा करके आप अपनी राजनीति तो चमका सकते है लेकिन सरकार के सामने अनुदेशकों को दो हिस्से में बंटा हुआ दिखाकर पूरे अनुदेशकों की शक्ति को खोखला साबित कर देंगे।
तमाम अनुदेशक साथी लोग हमेशा से एक बात कहते रहे हैं कि राजनीति हो रही है तो अब यह निर्णय आप सबको करना है कि कौन राजनीति कर रहा है और कौन काम।अगर ये वास्तव में अनुदेशक हित चाह रहे होते तो शायद यह निर्णय कदापि न लेते बल्कि पहले से घोषित धरने में ही सहयोग करते।जैसाकि उनकी पोस्ट में भविष्यवाणी किया गया है कि पार्क में केवल ज्ञापन लिया जा रहा है किसी से मिलवाया नहीं जा रहा है तो मैं आप सबको बताना चाहूँगा कि माध्यमिक कम्प्यूटर अनुदेशक की प्रदेश अध्यक्ष साजदा पवार जी और उनके प्रतिनिधि मण्डल को अभी कुछ दिन पहले ही उसी पार्क से ले जाकर मा०मुख्यमंत्री जी से मिलवाया गया है।
राजनीति का इतना गंदा नमूना इसके पहले कभी देखने को शायद ही किसी को मिली हो जिसमें बाकायदा पोस्ट बनाकर उस स्थल की उपयोगिता को ही नकारने का प्रयास किया गया है जहाँ एक संगठन ने पहले से धरने की घोषणा कर रखी है और तमाम संगठन वहीं देते भी हैं।अब इसके बाद केवल यह लिखने भर को बचा था कि “उच्च प्राथमिक के धरने में कोई न जाए सब उनके अर्थात पूर्व माध्यमिक के धरने में आयें",लगे हाथ इसे भी लिख लेते।
शासन की निगाह में अनुदेशकों को कमजोर करने का यह इनका अब तक का सबसे बडा प्रयास होगा।वास्तव में अब मुझे इनके पूर्व प्रदेश महासचिव वैभव राणा जी की बातों पर विश्वास हो गया कि ये लोग केवल राजनीति करते हैं और वह भी गंदी राजनीति करते हो।
एक अपील है इनसे कि अनुदेशकों को कमजोर मत करिए और एक अपील है समस्त अनुदेशकों से कि शासन और प्रशासन की निगाह में अपने आप को कमजोर न साबित होने दें क्योंकि लक्ष्मण मेला में होने वाले धरने के बारे में शासन और प्रशासन सभी को दिया जा चुका है।
“गंदी राजनीति न करें और गंदी राजनीति में न फंसे"
आपके संघर्षों का साथी
भोला नाथ पाण्डेय
प्रदेश महासचिव
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन,उ०प्र०

Friday, November 18, 2016

संख्याबल ही,तय करेगा हम सबका स्वर्णिम भविष्य

साथियों,
मा.मुख्यमन्त्री जी से अनुदेशक प्रतिनिधि मण्डल की वार्ता करवाने के लिय पिछले कई दिनो से मा.राज्य एवं कैबिनेट मंत्री गणों,मा.एम.एल.सी गणों, मा.मुख्यमंत्री जी के करीबियों,विभिन्न जनपदों के जिला अध्यक्षयों(समाज वादी पार्टी ) और ओ.एस.डी महोदयों से प्रदेश पदाधिकारी अनवरत और अथक प्रयास कर रहे है ,और ईश्वर ने चाहा तो शायद कुछ सफलता भी हासिल हो जाये लेकिन साथियों आज तक हम सब पिछले तीन सालो से पीछे रहे तो उसका मुख्य कारण संख्या बल है,क्यों की जब तक हम सब अच्छी संख्या बल मे लखनऊ नहीँ कूच करेंगे तब तक शायद कुछ न हो ,मौके की नजाकत को समझते हुए अब वो समय आ गया है कि लखनऊ मे शक्ति प्रदर्शन करके अपनी मांगो को सरकार से मनवाया जा सके,इसलिए साथियों कमर कस लीजिये और आगामी 29 नवम्बर से प्रारम्भ हो रहे अनुदेशक हित के धरने मे ज्यादा से ज्यादा संख्या मे लखनऊ कूच करे।और दिखा दीजिये उच्च प्राथमिक विद्यालयों के अनुदेशको की ताकत इस सरकार को ।
*आपके संघर्षों का साथी*
*विशाल श्रीवास्तव*
*प्रदेश सचिव*
*9454679634*

कुछ अच्छी और कुछ बुरी खबर

** प्रिय अनुदेशक साथियो **
आज दिन भर निदेशालय,सचिवालय मेरे साथ प्रदेश कोषाध्यक्ष रणवीर सिंह,प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र शर्मा एवम् प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश शुक्ला रहे जिसमे कुछ अच्छी और कुछ बुरी खबर हाथ लगी है जिसका विस्त्रित वर्णन कल सुबह बताया जायेगा उसके बाद आप सब स्वयं निर्णय लीजिएगा की क्या करना उचित रहेगा।।
आपका
राकेश पटेल"सिंटू"
प्रदेश अध्यक्ष
पूर्व माध्यमिक अनुदेशक कल्याण समिति ऊoप्रo
9455788206

29-नवंबर-अनिश्चित कालीनधरना

सभी साथियों को नमस्कार
मित्रों,संगठन मुख्यमंत्री जी से मिलने की लगातार कोशिश कर रहा है।अब आवश्यकता है तो केवल आपके संख्या बल की।आज श्री राम गोविंद चौधरी जी से दोबारा हुई मुलाकात में जब उन्होंने कहा कि वो आज हुई कैबिनेट की बैठक में हम सबके बारे में मा०मुख्यमंत्री जी से वार्तालाप किए हैं और मुलाकात करने की सिफारिश भी किए है लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि आप लोग अभी तक सरकार को अपनी संख्याबल का एहसास ही नहीं करा पाए हैं नहीं तो सबको सरकार से कुछ न कुछ मिला है,आपसब क्यों अछूते रह जाते।
साथियों अब पूरी संभावना बन गयी है कि हमारे संख्या बल दिखाते ही मुख्यमंत्री जी के आवास से बुलावा आ जाए।जो भी साथी सोशल मीडिया से जुडे हैं यह उनकी जिम्मेदारी है कि कम से कम सोशल मीडिया से जुडे एक एक अनुदेशक तक यह संदेश पंहुचाएं।
“अभी भी हमारे पास पाने को बहुत कुछ है जबकि खोने को अब कुछ भी नहीं बचा"
इसीलिए कहता हूँ कि---------
29-नवंबर-अनिश्चित कालीनधरना
स्थान-लक्ष्मण मेला मैदान, लखनऊ
आपके संघर्षों का साथी
भोला नाथ पाण्डेय
प्रदेश महासचिव
9936451852
उच्च प्राथमिक अनुदेशक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन, उ०प्र०
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Thursday, November 17, 2016

29 नवम्बर से आर या पार का महायुद्ध

उत्तर-प्रदेश के सभी सम्मानित अनुदेशक साथियों को विशाल श्रीवास्तव का नमस्कार
साथियों,
माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलने के लिय प्रदेश पदाधिकारी अनवरत प्रयाश कर रहे आज उसी क्रम मे पदाधिकारीयों को मा.मुख्यमंत्री जी से मुलाकात के लिय अन्दर भी बुला लिया गया लेकिन दुर्भाग्यवश मुलाकात नहीँ हो पायी लेकिन हम लोगों ने कसम खायी खायी है मुलाकात करके रहेंगे , संघ के पदाधिकारी प्रयासरत है हो सकता है जल्द मुलाकात भी हो जाये ।
क्रांतिकारी अनुदेशक साथियों आगामी29 नवम्बर से  लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान मे प्रारम्भ होने अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन मे अवश्य पहुँचे क्यों की इस सरकार मे शायद ये अंतिम धरना हो,इसलिये आप सभी से निवेदन करता हूँ की प्रदेश मे लगभग 33,000 अनुदेशक कार्यरत है अगर इसमे से अधिक से अधिक संख्या मे अपनी उपस्तीथी दर्ज करा दिय तो निश्चित ही सफलता प्राप्त हो जायेगी ,संघ की ताकत आप लोग हो इसलिए साथियों आप सभी लोग अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए आगामी 29 नम्बर से प्रारम्भ हो रहे धरने मे अवश्य पहुँचे ।
सदैव आपका
विशाल श्रीवास्तव
प्रदेश सचिव
9454679634(w)

मातृत्व अवकाश पर बनी सहमति

सभी साथियों को नमस्कार.......
....मातृत्व अवकाश पर बनी सहमति...........
मित्रों आज फिर संगठन के पदाधिकारियों ने माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलने की भरपूर कोशिश किया लेकिन आज भी हमारी मुलाकात मा० मुख्यमंत्री जी से हो नहीं पायी।संगठन भरपूर कोशिश कर रहा है और आगे भी प्रयास करता रहेगा।जो लोग घरों में बैठकर केवल कमेंट करते हैं कि संगठन क्या कर रहा है वो एक दिन भी साथ रहकर देख लें तो शायद किसी के भी उपर कमेंट करना छोड़ देंगे।
उसके बाद हमलोग निदेशक, राज्य परियोजना से मिलने पंहुचे।उनसे मुलाकात में महिलाओं के लिए मातृत्व अवकाश के मुद्दे पर काफी बहस हुई।निदेशक महोदय बार बार शासनादेश में प्रावधान न होने का हवाला दे रहे थे।जब मेरे द्वारा उन्हें यह अवगत कराया गया कि मा०उच्च न्यायालय के आदेशानुसार कुछ लोगों को मातृत्व अवकाश मिला है और हाईकोर्ट में रिट दाखिल करने में दस से बीस हजार रूपए प्रति महिला का खर्च भी आ रहा है जो इतनी कम मानदेय में बहुत ज्यादा है।तब निदेशक महोदय ने जल्दी ही मातृत्व अवकाश के लिए MHRD से पत्र लिखकर गाइड लाइन मांगने पर सहमत हो गये और गाइड लाइन आते ही आदेश निर्गत करने का वादा किया।इसक लिए संगठन लगातार कोशिश करता रहेगा।
इसके अलावा नये अनुदेशकों सहित जिन जिलों में(33 जिलों को छोडकर) अभी मानदेय के लिए फण्ड नहीं भेजा गया है, वहाँ यदि बैंक का कोई अडचन न आया तो अगले सप्ताह में फण्ड भेज दिया जायेगा।
जनपद फैजाबाद में अभीतक नवीनीकरण न हो पाने के मुद्दे पर निदेशक, राज्य परियोजना और निदेशक,बेसिक शिक्षा ने(दोनों लोग एक ही जगह बैठे थे) कहा कि बहुत जल्द फैजाबाद का नवीनीकरण करा दिया जायेगा।
इसके बाद हम लोगों ने माननीय मुख्यमंत्री जी तक अपनी बात पंहुचाने और मुलाकात कराने के लिए श्री राम गोविंद चौधरी जी(मा०कैबिनेट मंत्री),श्री आनंद भदौरिया जी(सदस्य विधान परिषद), श्री सुनील सिंह साजन जी(सदस्य विधान परिषद) से मुलाकात करके अपनी बात रखा।सभी माननीयों ने जल्दी ही मुलाकात कराने का भरोसा दिया।आज संगठन की तरफ से मेरे अलावा प्रियंक मिश्रा(प्रदेश उपाध्यक्ष), जितेन्द्र यादव(प्रदेश उपाध्यक्ष),विशाल श्रीवास्तव(प्रदेश सचिव) ने भी दिनभर पूरी कोशिश किया।
मित्रों संगठन अपना काम पूरी ईमानदारी से करने में लगा है।लेकिन आप लोगों का साथ उस स्तर का नहीं मिल पा रहा है जितने की उम्मीद की जा रही है।संगठन ने अनिश्चित कालीन धरने का एलान कर दिया है और इसके सफल होने की पूरी संभावना भी है लेकिन आप सब में वो जुनून पैदा क्यों नहीं हो रहा है।
नौजवान साथियों यह सोचने और समझने का नहीं बल्कि कुछ कर गुजरने का समय है।मैंने अंतिम गेंद पर सिक्स लगाकर मैच जिताते हुए बल्लेबाजों को भी देखा है।
“तो अब भरो हुंकार" ..........29नवंबर-अनिश्चित कालीन धरना...........
---- स्थान-लक्ष्मण मेला मैदान ----
आपके संघर्षों का साथी
भोला नाथ पाण्डेय
प्रदेश महासचिव
9936451852
भोला नाथ पाण्डेय's photo.
भोला नाथ पाण्डेय's photo.
भोला नाथ पाण्डेय's photo.
भोला नाथ पाण्डेय's photo.

चलो लखनऊ 29नवम्बर 2016 से डेरा डलो घेरा डलो लक्ष्मण मेला मैदान मे पक्की नौकरी पक्का वोट




चलो लखनऊ 29नवम्बर 2016 से डेरा डलो घेरा डलो लक्ष्मण मेला मैदान मे
पक्की नौकरी पक्का वोट
सम्मानित अनुदेशक साथियों अपने हक और अधिकार के लिये घरो से निकालो लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान के लिये अब भी नही जागोगे तो भविष्य मे भी सोते रहोगे ।
साथियों हम आप सभी एक ही अपील करता हूँ कि दुसरो को मत देखो सिर्फ अपने गिरेबान मे इमानदारी से झाक कर देखो की नौकरी करते तीन साल हुआ है और इन तीन सालो मे आपने अपने भविष्य के लिये आज तक कितना संघर्ष किया है।इस लिये साथियों आप सभी से निवेदन है कि आखिरी मौका आखिरी समय मे आखिर संघर्ष मे हर स्तर पर आगे बढकर साथ और सहयोग देना सुनिश्चित करे।
जिससे बाद मे ये न सोचना पडे कि काश संघर्ष किये होते तो आज दिन न देखना पडता।
अनुदेशक साथियों उठो और जागो अपने हक और अधिकारके लिये
अनुदेशको के हो शोषण मे संघर्ष ही हमारा नारा है।
आपका संघर्षो का साथी
तेजस्वी शुक्ला
प्रदेश अध्यक्ष
9670923000
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